आज के बदलते समय और परस्थितियों के अनुसार पारिवारिक रिश्तों में भी बदलाव देखने को मिल रहे है आज के युग-समय में थोड़ी सी चूक-गलती होते ही रिश्ते टूटने की नौबत आ जाती हैं | पहले के लोग जहां हर चीज से समझौता करके अपने रिश्ते को सबसे पहले अहमियत देते थे और अपनी पूरी जिंदगी रिश्तों को निभाने में ही समर्पित कर देते थे | लेकिन वहीं आज के समय में छोटी सी चूक-गलती होते ही रिश्तों में दरार आ जाती है और रिश्ते टूट जाते हैं | जानिए इन रिश्तों के टूटने की वजह-
हमारे पूर्वजों कहना था कि आने वाले समय में ये नए युग के बच्चें अपने रिश्तों को सही से नहीं निभा पाएंगे, क्योंकि आज के वक्त रिश्तों को संभाल कर रखना ही सबसे बड़ी बात हैं | अगर आपके वैवाहिक जीवन में किसी भी प्रकार की समस्या उतपन्न होती है, तो चिंता करने की आवश्यकता नहीं है आज हम आपको कुछ उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं | जिनसे आप अपने रिश्ते को सही सलामत रख सकते है, इन उपायों से आपके जीवन में आने वाली हर समस्याओं वह परेशानियों का समाधान होगा |
● अगर आप चाहती है कि आपके पारिवारिक रिश्तों में मधुरता बनी रहे तो इसके लिए गुरुवार के दिन सुबह जल्दी उठकर सबसे पहले स्न्नान करें और स्न्नान करने के बाद मां लक्ष्मी की पूजा करें | पूजा को आरम्भ करने से पहले कुमकुम की एक डब्बी लें और उसे मां की प्रतिमा के सामने रख दें | इसके बाद अब घी के दो दीपक जलाए और पहले दीपक को कुमकुम की डब्बी के पास रख दें, तो वहीं दूसरे दीपक से मां की आरती-पूजा करें |
जब आरती की विधि समाप्त हो जाये तो उसके बाद मां लक्ष्मी को आरती देने के बाद खुद भी आरती ले, इसके बाद कुमकुम की डब्बी से माथे पर सिंदूर लगाए | इस पूजा विधि को महीने में कम से कम एक बार जरुर करें, ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है और साथ ही पति के साथ मधुर संबन्ध बने रहेंगे | इस पूजा के बाद वैवाहिक जीवन में खुशहाली बनी रहेगी |
● शास्त्रों के अनुसार वैवाहिक जीवन को खुशहाल और सफल बनाने के लिए, गुरुवार के दिन यदि आप किसी ब्राह्मण जोड़े या किसी भिखारी जोड़े को भोजन करवाते है और दक्षिणा के रुप में उन्हें कुछ पैसे या वस्त्र देते है तो इस उपाय से आपके जीवन की सारी समस्याएं खत्म हो जाएगी | वहीं आपका जीवन हमेसा सुखमय और खुशहाल बना रहेगा |
● जिस तरह हमारे पूर्वजों ने या शास्त्रों के ज्ञाताओं ने बताया कि गुरुवार का दिन भगवान विष्णु और लक्ष्मी जी का दिन होता है, अगर ऐसे में यदि आप गुरुवार के दिन सत्यनारायण का पाठ करवाते हैं | तो यह कार्य भी आपके परिवार के लिए सुख-शांति वह समृद्धि को बनाये रखने में कारगर हैं | मान्यता है कि सत्यनारायण की कथा या पाठ करवाने से ना सिर्फ नकारात्मक ऊर्जा बाहर निकलती है बल्कि इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह भी बना रहता हैं | जो न केवल आपके वैवाहिक जीवन के सुखद है बल्कि इससे आपके पारिवारिक जीवन में खुशहाली बनी रहती हैं |